C Programming Language क्या है? इसकी क्या विशेषताएं हैं?
हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे कंप्यूटर की एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में। जिसमें हम जानेंगे कि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या होती है? प्रोग्राम क्या होते हैं? और इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में हम C Programming Language के बारे में विस्तार से बताएंगे। C Programming Language क्या होती है? इसकी क्या विशेषताएं हैं ? और यह कैसे यूज़ की जाती है? इसको पढ़ना क्यों आवश्यक है? इसका इतिहास क्या है ? C में प्रोग्राम कैसे लिखे जाते हैं? तो चलिए दोस्तों इस पोस्ट में आगे पढ़ते हैं।
C Programming language की जानकारी
C Programming Language क्या होती है?
दोस्तों यह एक प्रोग्रामिंग भाषा है, जोकि कंप्यूटर में इस्तेमाल की जाती है। यह सभी लैंग्वेज में साधारण और बेसिक यानी कि आधार लैंग्वेज मानी जाती है। जिसके द्वारा और भी कई लैंग्वेज बनाई गई है। यह भाषा हम कई तरीके से इस्तेमाल में ला सकते हैं। इसके द्वारा हम ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर, drivers आदि भी बनाये जा सकते है। यह एक ऐसी भाषा है जो कंप्यूटर के क्षेत्र में अभी भी पहले जैसे ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि यह एक ऐसी भाषा है जिसके द्वारा हम अपने कंप्यूटर या फिर किसी ऐसी डिवाइस से कनेक्ट जुड़ सकते हैं, जो प्रोग्राम के द्वारा संचालित करती है।
C Programming Language का इतिहास क्या है?
इस भाषा का विकास USA में हुआ था। इसके संस्थापक डेनिस रिचि(Denis Ritchie) है। और यह 1972 में एक AT & T’s नामक bell लैबोरेट्री में बनाई गई। इसका विकास एक बी नाम की भाषा से किया गया। इसीलिए इसका नाम सी पड़ा, क्योंकि यह बी नामक भाषा से थोड़े बदलाव करके बनाई गई है। 1960 में यह भाषा UNIX पर काम करने के लिए बनाई गई थी। जिसके लिए बाद में थोड़े से बदलाव करने के पश्चात यह डेनिस रिचि नाम के वैज्ञानिक द्वारा 1972 में और भी अच्छे से डिजाइन किया गया और इसका नाम सी रखा। इनके ही द्वारा इसे संशोधित किया गया था। यह भाषा ज्यादातर हार्डवेयर के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम और ड्राइवर बनाने का काम करती है। जो हार्डवेयर और Software के बीच में एक कम्युनिकेशन संचार व्यवस्था बनाती है।
अधिकतर सी भाषा का प्रयोग कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम और ड्राइवर बनाने में ही किया जाता है। क्योंकि इसे एक प्रकार की हार्डवेयर कम्युनिकेटेड लैंग्वेज भाषा माना गया है। यह भाषा थोड़े थोड़े से बदलाव के साथ कई भाषाओं के रूप में रूपांतरित की गई है। जिन्हें हम नई नई भाषाओं के नाम से भी जाते हैं- C++,C# etc.
C Programming Language की क्या विशेषताएं हैं?
C language की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं नीचे दी गई है–
1. Mid Level language – यह भाषा निम्न लेवल प्रोग्रामिंग और उच्च लेवल की प्रोग्रामिंग दोनों को ही समझती है। इसीलिए इस भाषा का भाषा को मध्यमवर्ग की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहा गया है। क्योंकि यह एप्लीकेशन को डिवेलप करने के लिए कर्नल और ड्राइवर आदि का उपयोग करती है। और इसमें कुछ विशेषताएं उच्च लेवल की सॉफ्टवेयर्स को सपोर्ट करती है।
2. Rich Library- इस भाषा में बहुत ही ज्यादा पहले से ही फंक्शन और लाइब्रेरी दी हुई है। जो कि हमारे किसी प्रोग्राम को लिखने में मदद करती हैं। और हमारे काम को तेज बनाते हैं।
3. Simple- यह भाषा समझने में बहुत ही साधारण और आसान होती है। जिसे सभी कॉलेजों या फिर स्कूलों में सबसे पहले इसी भाषा को सिखाया जाता है। इसमें हम कोड को समझ और अच्छे से उन्हें लिख पाते है। इसकी डिजाइन बहुत ही साधारण है। जिससे हम अच्छे से अपनी फंक्शन और डाटा टाइप्स को सेट कर पाते हैं।
4. इस भाषा में हम निर्देश देते समय यह ध्यान रखते हैं कि कोई भी कोड या लेटर को हम लोअर केस में लिख रहे हैं। छोटे अक्षर में लिख रहे हैं या फिर बड़े अक्षरों में क्योंकि यह सिर्फ छोटे अक्षरों को ही सपोर्ट करती है।
5. यह भाषा सिस्टम, विज्ञान, गणित ऐसे ही लॉजिकल विषयों में काम में आती है।
6. यह भाषा और भाषाओं के अपेक्षाकृत तीव्र होती है यह भाषा इसीलिए सबसे ज्यादा यूज उपयोग में लाई जाती है।
C Programming Language इतनी ज्यादा महत्वपूर्ण क्यों होती है?
- Yah language बहुत छोटी और दूसरी भाषाओं की अपेक्षाकृत सीखने में आसान होती है।
- C language का कंपाइलर है। जो बहुत ही अच्छे कोड उत्पन्न कर सकता है।
- C कंपाइलर और क्रॉस कंपाइलर सभी जगह उपलब्ध है। जो किसी हार्डवेयर या फिर किसी मेनफ्रेम जैसे हार्डवेयर पर सबसे ज्यादा काम आते हैं।
- यद्यपि C एक हाई लेवल भाषा मानी जाती है। फिर भी यह कुछ नीचे लेवल के भाषाओं की फीचर्स को उपयोग मे लाती है, इसीलिए यह भाषा बहुत उपयोगी है।
- C language कर्नल, UNIX, लिनक्स, नेटवर्क, विंडोज और सभी ऑपरेटिंग सिस्टम को यूज कर चुकी है।
- यह भाषा बहुत ही अच्छी Library रखती है। इस भाषा में कई लाइब्रेरी अच्छी लिखी गई है जोकि और भी अन्य भाषाओं के कोड को आसान बनाती है।
- इस भाषा में कई उपकरण, ड्राइवर भी बनाए गए हैं। जो दो उपकरणों के बीच में संचार व्यवस्था बनाने का कार्य करते हैं।
- C भाषा बहुत सारी भाषाओं को बढ़ावा देती है, इसका मतलब और भाषाएं इसी से बनाई गई है उदाहरण के लिए पीएचपी, सी प्लस प्लस, एलपीसी , AWK, जावास्क्रिप्ट और भी बहुत सारी।
Structure of C Programming Language
C Language में Data Types
“Hello World” Program
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
void main()
{
clrscr();
printf(“Hello World”);
getch();
}
Output:- Hello World
C Language के उपयोग
- Operating System
- Language compilers
- Driver
- Language interpreters
- Assemblers
- Text editors
- Database program
- Modern programming language
- Graphical User Interface (GUI)
- Gaming & Animation